Diwali 2023 Date and Time: दिवाली की तिथि और समय
Diwali 2023 Date and Time: इस साल दिवाली रविवार, 12 नवंबर 2023 को है। (5 days of diwali 2023) वैसे तो Diwali 5 दिन का त्यौहार है लेकिन लक्ष्मी पूजन के दिन को दिवाली का मुख्य दिन माना जाता है।
Diwali Day: Deepawali 2023
तिथि: अमावस्या
माह: कार्तिक
दिन: रविवार, 12 नवंबर
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त:
शाम 5:59 से 8:33 बजे तक
भारत में Diwali को कही Diwali और कही पर Deepawali कहते है दोनों एक ही है । दिवाली भारत का एक प्रमुख त्यौहार है।
5 Days of Diwali 2023: दिवाली के ५ महत्वपूर्ण दिन और तिथियाँ
- धनतेरस: 10 नवंबर, 2023
- शिवरात्रि: 11 नवंबर, 2023
- नरक चतुर्दशी और लक्ष्मी पूजा: 12 नवंबर, 2023
- अमावस्या (दीपावली दिवस): 13 नवंबर, 2023
- बलिप्रतिपदा: 14 नवंबर, 2023
- भाई दूज: 15 नवंबर, 2023
दिवाली का महत्व
दिवाली एक धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत, प्रकाश पर अंधकार की जीत और ज्ञान पर अज्ञानता की जीत का प्रतीक है। यह एक ऐसा समय है जब लोग अपनी आस्थाओं और परंपराओं को मनाते हैं। दीपावली का त्योहार लोगों को नई शुरुआत करने और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का भी अवसर प्रदान करता है।
दिवाली कहाँ मनाई जाती है?
दिवाली भारत में सबसे बड़ा त्योहार है, लेकिन यह दुनिया भर के हिंदू समुदायों द्वारा भी मनाया जाता है। दीपावली नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, मलेशिया, सिंगापुर, मॉरीशस, फिजी और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भी मनाई जाती है।
दिवाली कौन मनाता है?
दीपावली मुख्य रूप से हिंदुओं द्वारा मनाई जाती है, लेकिन यह अन्य धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है, जैसे कि जैन, सिख और बौद्ध। दीपावली एक समावेशी त्योहार है जो सभी लोगों को एक साथ लाता है।
दिवाली के प्रमुख अनुष्ठान और परंपराएं
- धनतेरस: धनतेरस के दिन लोग धातु से बनी वस्तुएं, जैसे कि बर्तन, आभूषण और वाहन खरीदते हैं। यह माना जाता है कि इस दिन खरीदारी करने से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
- शिवरात्रि: शिवरात्रि के दिन लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का दिन भी है।
- नरक चतुर्दशी और लक्ष्मी पूजा: नरक चतुर्दशी के दिन लोग नरक चतुर्दशी स्नान करते हैं और दीये जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा भी की जाती है, जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं।
- अमावस्या (दीपावली दिवस): दीपावली के मुख्य दिन लोग अपने घरों को साफ करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और मिठाई बांटते हैं। शाम के समय लोग अपने घरों और व्यवसायों को दीयों से सजाते हैं और लक्ष्मी पूजा करते हैं।
- बलिप्रतिपदा: बलिप्रतिपदा के दिन लोग नए साल की शुरुआत का जश्न मनाते हैं। लोग नए साल के संकल्प लेते हैं और अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं देते हैं।
- भाई दूज: भाई दूज: के दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं और उन्हें उपहार देती हैं। यह भाई-बहन के प्यार और स्नेह का त्योहार है।
— Diwali in London (@DiwaliLondon) October 26, 2022
दिवाली का व्यावसायिक और औपचारिक महत्व
दीपावली एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक अवसर भी है। कई कंपनियां दीपावली के मौके पर विशेष ऑफर और डिस्काउंट देती हैं। दीपावली के दौरान उपभोक्ता खरीदारी करने में अधिक खर्च करते हैं, इसलिए यह कंपनियों के लिए अपने उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने का एक अच्छा समय है।
आपको दीपावली की शुभकामनाएं!